हिन्दी -गीत /गजल
शेखर ढुंगेल
ए जिन्दगि भला क्या जिन्दगि
जिस्का कोइ गम नही
व इन्सा क्या जाने भला
प्यार क्या चिज है
जिसने कभी प्यार हि नहि !!!
.........
तडप्ना पडेगा रोना पडेगा
ए प्यार के राह मे
धुप हो या बर्षात चल्ना पडेगा
मन्जिल पाने के वास्ते
.............
आसान नही प्यार के रास्ते
बार बार टुटके जुडना पडेगा
दर्द भरि कहानी सुने होंगे तुमने
क्या पता खुद हि कहानी बन्ना पडेगा
ए जिन्दगि भला क्या जिन्दगि ,,,,?
शेखर ढुंगेल
ए जिन्दगि भला क्या जिन्दगि
जिस्का कोइ गम नही
व इन्सा क्या जाने भला
प्यार क्या चिज है
जिसने कभी प्यार हि नहि !!!
.........
तडप्ना पडेगा रोना पडेगा
ए प्यार के राह मे
धुप हो या बर्षात चल्ना पडेगा
मन्जिल पाने के वास्ते
.............
आसान नही प्यार के रास्ते
बार बार टुटके जुडना पडेगा
दर्द भरि कहानी सुने होंगे तुमने
क्या पता खुद हि कहानी बन्ना पडेगा
ए जिन्दगि भला क्या जिन्दगि ,,,,?
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